रविवार, 3 मई 2020

कोविड 19 से लड़ने को खुद को तैयार कर लें - मृदुल शर्मा

विश्व को कोरोना कोविड-19 के साथ रहना ही होगा




      जब समय खराब आता है तो राजा रंक बन जाते हैं । यह समय का चक्र ही तो है एक छोटे से वायरस ने पृथ्वी का सर्वशक्तिशाली महा मानव भी भयभीत कर दिया। वह वर्षो पहले के जीवन जीने के लिए बाध्य है घरो से बाहर भी नही निकल सकता ।
     अमेरिका , इटली जैसे देशों की हालत आज क्या हो रही है आप देख रहे हैं । मनुष्य सर्व शक्तिशाली समझ बैठा था आज कोविड 19 कोरोना जैसे वायरस ने मनुष्य को अहसास कराया कि समय खराब आता है तब ऐसा भी हो सकता है ।

      भारत मे जैसा कि आप सभी देख रहे हैं 1 माह 10 दिन से ज्यादा हो चुका है जब सारा भारत लॉक डाउन है । भारत ही क्या अनेक देश पूरी तरह बंद हैं। जो बंद नही हुए वहां कोविड 19 से मरने वालों की संख्या हज़ारो लाखो में है। परंतु जब तक वेक्सीन नहीं बनती इस महामारी से बचने का  उपाय लॉक डाउन ही नहीं  है। परंतु यह भी सत्य है यदि लॉक डाउन ना होता तो हालात और भी बद्दतर होते। अब देश के सामने संकट है।


       जो आज तक ना हुआ जिसकी कल्पना किसी ने कभी  नहीं की थी वह 22 मार्च 2020 से भारत मे शुरू हुआ लोक डाउन से अब तक जो दृश्य और परिस्थिति देखने को मिली । सारे हवाई जहाज ट्रैन फैक्ट्री आदि सभी बंद ।। मनुष्य  स्वयम के घर मे कैद होने को मजबूर हुआ ।

      अब दुनिया जानती है इसकी शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई । सम्भवतः यह जैविक हथियार है और यह तृतीय विश्व युद्ध है जो छिड़ चुका है। देश खुद को बचाने में लगे हुए हैं।इसके बारे में चर्चा आगे करेंगे।

       परन्तु लॉक डाउन से अब तक तो बचा जा सका परंतु आगे यह महामारी भुखमरी का रूप ले सकती है साथ ही देश की अर्थ व्यवस्था और भी ज्यादा चर्मरायेगी। देश की अर्थव्यवस्था और भुखमरी को नियंत्रित करने के लिए, अब सभी मनुष्यों को स्वयम की आदतें सुधारनी ही पड़ेंगी।



        लॉक डाउन 3.0 शुरू हो चुका है । कोविड 19 से निपटने के लिए अब हमें इसी बीच अपनी प्राण शक्ति बढ़ाना आवश्यक है अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता या इम्युनिटी को सही करना है ।



        इसके लिए अपने खान पान को भी सही करना है । स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक योगाभ्यास भी करने हैं। साथ मे आवश्यक आयुर्वेदिक औषधियों द्वारा इम्युनिटी स्ट्रांग करनी है।

खान पान

सही डाइट प्लान बनाएं

दिन में खाना 4-6 बार खाएं । यह नहीं कि दिन में दो बार  भोजन किया वह भी पेट भर कर । थोड़ा थोड़ा खाएं संतुलित खाएं ।संतुलित व पौष्टिक  आहार लें ।

नाश्ता

सुबह 5-6 बजे उठें ,  उठते ही गर्म पानी का सेवन करें, फ्रेश हों ,ध्यान व योग करें ।



नाश्ता 7-8 बजे होना ही चाहिए नाश्ते में प्रोटीन लें , प्रचुर मात्रा में प्रोटीन लेने के लिए आप नाश्ते में अंकुरित चने, अंकुरित हरि मूंग, थोड़ा पनीर स्वाद के लिए प्याज,टमाटर,कला नमक आदि का उपयोग करें।किसी दिन प्रोटीन के लिए अंडे भी ले एक्ट हैं ।


नाश्ते के बाद 10 से  11 बजे आप जूस ले सकते हैं । या कोई भी एनर्जी  ड्रिंक लें ।

दोपहर का खाना 
खाना 12-1 बजे के बीच का समय खाने के किये रखें खाने में दाल रोटी हरि सब्जी सलाद अवश्य लें । अपनी इच्छानुसार बदल सकते हैं ।

4 से 5 बजे आप फ्रूट्स लें फ्रूट चाट लें या जूस लें । यह आपके लिए बेहद फायदेमंद रहेगा ।



रात्रि का भोजन
7-8 बजे हल्का खाना खाएं जिसमे वही कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन लें खाना सीमित रखें पेट हल्का ही राहना चाहिये।



       रात्रि 10 बजे सोने से पहले आप दूध ले सकते हैं । दूध के साथ आप अश्वगंधा, सतावरी आदि चिकित्सक के परामर्शानुसार लें। अश्वगंधा इम्युनिटी बढ़ाता है ।
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग आपके शरीर के अनुसार करें।

      मोटापे को ना बढ़ने दे संतुलित आहार विहार किसी भी वर्कर के रोग से आपको बचाये रखता है । यदि अपनी दिन चर्या सही कर ली जाए तो हमे किसी भी प्रकार का रोग जैसे मोटापा उच्च रक्तचाप शुगर आदि कुछ भी नहीं होगा ।

धूम्रपान नशा शराब आदि का सेवन बिल्कुल बंद कर दें ।




प्रोटीन का उपयोग  ज्यादा करें। इसके लिए आप अंडे, अंकुरित चने , अंकुरित मूंग, डालें , पनीर , मूंगफली के दाने, बीन्स, जैसे चने , राजमा, ड्राई फ्रूट्स  बादाम काजू, दूध ,आदि ले सकते हैं।








पानी ज्यादा पीने की आदत डालें ।



ध्यान एवम योग

     सुबह 1 घण्टा ध्यान एवम योग के लिए अवश्य निकालें।ध्यान करने से आपकी प्राण शक्ति में इजाफा होता है यह बहुत ही स्ट्रॉग क्रिया है जिसके द्वारा हम स्वयम को मजबूत कर सकते हैं। 


     प्राणायाम करें साथ मे सूर्यनामष्कार कपालभांति प्रतिदिन करें । सारे रोग दूर होंगे और आपको दीर्घ आयु प्राप्त होगी।





     हेंड ग्लव्स व सेनेटाइजर का उपयोग करें । रास्ते मे ग्लव्स का उपयोग करना होगा । आफिस में जाकर ग्लव्स भी साफ करने होने या सेनेटाइजर का उपयोग कर वह संक्रमण रहित करना होगा । इसी प्रकार घर लौटने पर घर के बाहर ही सेनेटिक्सर का उपयोग करना होगा बाथरूम में जाकर कपड़े धोने के लिए डालने होंगे । एक आदत यह डालनी होगी कि हाथ चेहरे की तरफ ना जाएं ।यह सब अपने जीवन मे ढालना ही होगा।



मृदुल शर्मा 
प्रधान संपादक 
नवदृष्टि युवा आवाज 
राष्ट्रीय मासिक पत्रिका




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