*ऑनलाइन गोष्ठी ग्रुप द्वारा 'एक शाम देश के नाम' काव्य-गोष्ठी का आयोजन*
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नजीबाबाद, 12 जुलाई। सुप्रतिष्ठित साहित्यिक समूह ऑनलाइन गोष्ठी ग्रुप (सुमन परी) की ओर से आज गूगल मीट पर 'एक शाम देश के नाम' शीर्षक से काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया गया। वरिष्ठ कवि आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' द्वारा प्रस्तुत माँ शारदे की वंदना से आरंभ हुई इस ऑनलाइन काव्य-गोष्ठी का संचालन समूह की संस्थापिका कवयित्री दीपिका माहेश्वरी 'सुमन' ने किया। कार्यक्रम में जबलपुर से उपस्थित कवि आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल'' ने देशप्रेम की अलख जगाते हुए कहा - "मैं लड़ूँगा, मैं लड़ूँगा, मैं लड़ूँगा। लाख दागो गोलियाँ ,सर छेद दो, मैं नहीं बस्ता तजूँगा।" कानपुर के वरिष्ठ कवि विद्याशंकर अवस्थी 'पथिक' ने एक सैनिक की भावनाओं को कुछ इस प्रकार उकेरा - "मेरी अन्तिम अभिलाषा है सेना में भर्ती हो जाऊं। चीन,पाक सारे दुश्मनों को सीमा पर वहीं मिटा आऊं।।" लखनऊ के सुप्रसिद्ध रचनाकार नरेन्द्र भूषण ने देशभक्ति की अलख कुछ इस प्रकार जगाई - "हम न पीछे हटें शान की बात हो, आगे बढ़के सुनें ज्ञान की बात हो। हँसके सह लें सभी अपने नुकसान हम, गर कहीं देश के आन की बात हो।।" मुरादाबाद के रचनाकार राजीव 'प्रखर' ने वीर सैनिकों को नमन करते हुए कहा - "लिये जाँ हाथ में अपनी, सजग हर बार रहते हैं। अड़े जिनके सदा सम्मुख, कई मझधार रहते हैं। उन्हें शत-शत नमन है जो, वतन के मान पर हरदम, लिपटने को तिरंगे में, खड़े तैयार रहते हैं।।" नजीबाबाद की कवयित्री व कार्यक्रम संचालिका दीपिका माहेश्वरी 'सुमन' ने देश के सैनिकों को कुछ इस प्रकार नमन किया - "जो शहीदों ने कुर्बां किया है, उस जज़बे को तुम ना भूलाना। जो आजा़दी का तोहफ़ा दिया है, उसे तुम माथे से लगाना। " मुरादाबाद की कवयित्री डाॅ. रीता सिंह ने सकारात्मकता को जगाने का प्रयास इस सुंदर रचना के साथ किया - "सोना चाँदी न उपहार चाहिए। हीरे मोती न शृंगार चाहिए। मुझको तो सबके ही चेहरों पर, खुशियाँ बड़ी बेशुमार चाहिए ।।" मुरादाबाद के ही अरविंद शर्मा 'आनंद' की भावनाएं इस प्रकार शब्दों में ढलकर निकलीं - "कुछ दिये जल उठे रौशनी के लिये। नूर ही नूर है ज़िन्दगी के लिये।।" सभी प्रतिभागी रचनाकारों को स्मृति-चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
दीपिका महेश्वरी 'सुमन' द्वारा अभार अभिव्यक्ति के साथ कार्यक्रम विश्राम पर पहुँचा।
श्रीमती दीपिका महेश्वरी 'सुमन'अहंकारा
संस्थापक एवं संचालिका सुमन साहित्यिक परी
फोन नंबर 7060714750
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