आज के इस ब्लॉग में एक और सच्ची कहानी आपके सामने प्रस्तुत है।
ईश्वर जो करते हैं अच्छा ही करते हैं । सब कुछ निश्चित है । पिछले तीन वर्षो में बलदेव में रहने का अवसर मिला। अपने गांव से 8 किलोमीटर पहले बलदेव में जहां अनेक नए लोगो से मिलने का अवसर मिला । चुकी सामाजिक कार्यों में संलिप्त रहे हैं तो सभी प्रकार के लोगों में बैठने की आदत है। यहां नशे में लिप्त लोगों से मिलना हुआ । यहां सामाजिक कार्यों में संलग्न रहने वालों से भी मिलना हुआ । यहां मिलना हुआ अपनो से ज्यादा अपनापन देने वालों से। यहां मिलना हुआ व्यापारियों से । यहां ऐसे लोगों से भी सामना हुआ जो लोगो की कमजोरी का फायदा उठाते रहे हैं लोगों का खून चूसना ही उनके जीवन का लक्ष्य है।
खैर यहां हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे समाज सेवी की जिसे जुनून है कुछ करने का सीमित संसाधन होने के बावजूद मंद बुद्धि बच्चो के लिए कार्य करने का जुनून पाले एक व्यक्ति से मुलाकात हुई।
मालूम हुआ कि वह सज्जन लोगो से दान चंदा इक्कठा कर वाकई में जमीनी स्तर पर कार्य में लगे हुए हैं । गांव गांव घर घर जा कर स्वयं सर्वे कार्य में जुटे हुए हैं। मंद बुद्धि मानसिक विकलांगता से पीड़ित बच्चो को स्वयं कोई वाहन भाड़े पर करके कभी मथुरा कभी आगरा चिकित्सकीय परीक्षण के लिए ले जाते हैं कभी उनके मानसिक विकास के लिए स्कूल प्रारंभ कर उन्हे शिक्षा देने हेतु स्पेशल एजुकेटिड टीचर की सहायता से शिक्षा दिला रहे हैं। उनकी स्थिति परिस्थिति उनका जुनुन देख कर समझ कर उनसे कहा जितने संसाधन हमारे पास उपलब्ध हैं उनका आप स्वतंत्र रूप से उपयोग करें और हमसे जो मदद हो सकेगी वह भी हम करेंगे।
उनसे कहा कि नए वॉलंटियर बनाइए। उन्हे प्रशिक्षण दीजिये और हमारा जो अनुभव है उसका पूरा लाभ आपको मिलेगा आपके उद्देश्यों आपकी संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए हम सतत प्रयत्नशील रहेंगे।
उन्होंने निस्वार्थ भाव से सहयोग समिति के प्रोजेक्ट मे सहयोग किया उनका समर्पण देख कर अच्छा लगा ।
मंद बुद्धि बच्चो केसाथ वह युवकों को रोजगार के लिए प्रशिक्षित करने उन्हे इसके लिए जागरूक करने में लग गए। युवतियों हेतु सिलाई कड़ाई बुनाई का निशुल्क प्रशिक्षण भी शुरू कराया।
कंप्यूटर ऑर इलेक्ट्रिकल का प्रशिक्षण तो हम पहले से दे ही रहे हैं।
विचार आया क्यों ना इन बालको को प्रशिक्षण देने के साथ साथ उत्पादन भी प्रारंभ कराया जाए। परंतु धन की कमी के कारण अभी यह संभव नहीं हो सका।
आज हम उनके लिए हर प्रकार के सहयोग में हैं और मंद बुद्धि बच्चो के लिए भी कार्य कर रहे हैं। अरे हां उन सज्जन का नाम तो बताया ही नहीं उनका नाम है अरविंद गुधैनिया सचिव प्रतिभा परिष्कार संस्थानम बलदेव मथुरा।
आज के समय में एक और अनुभव भी हुआ एक सामाजिक कार्यकर्ता जब कोई कार्य करता है तो समाज के लोग उसे हेय दृष्टि से देखते हैं ज्यादातर लोगों की सोच यही रहती है कि बहुत धन एकत्र किया जा रहा है । परंतु ऐसा नहीं हां गंदी मछली सारे तालाब को गंदा अवश्य कर देती है परंतु सभी लोग एक जैसे नहीं होते।
समाज के लोगों को सामाजिक कार्यकर्ताओं के स हयोग में सदैव
तत्पर रहना चाहिये।यह भी अकाट्य सत्य है कि समाजसेवी और दानदाताओं की भी कमी नहीं है जिनके सहयोग से अरविंद जी लगातार अपने प्रयासों में आगे बढ़ रहे हैं।
हमने उनके प्रयासों को देख कर निर्णय लिया इस प्रकार के जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले लोगों को और उनकी संस्थाओं को सरकार और कंपनी से फंड दिलाने और योजनाओं का लाभ जन जन तक पहुंचाने का कार्य को भी गति दी जाएगी।
इसके लिए मथुरा से 10 एन जी ओ का चयन किया जा रहा है खाका तैयार है दिल्ली से भी तार जोड़े गए हैं। दिल्ली में भी कार्यालय तैयार है और वहां कभी लगभग 10 एन जी ओ का चयन किया जाएगा।
इस ब्लॉग के माध्यम से ऐसे सामाजिक कार्यकर्ताओं से परिचय कराया जाएगा।
उनके दो कार्यक्रमों में विशिष्ट अतिथि बनने का सौभाग्य भी हमे प्राप्त हुआ है। आगे इसी साइट में आपको फोटो वीडियो के साथ कार्य भी देखने को मिलेंगे । ऐसी संस्थाएं ऐसे सामाजिक कार्यों का निर्वाह करनेवाले संर्षशील वायक्तिवो का संकलन कर प्रकाशित करने का मन बना लिया है साथ में उनका सहयोग कर अपने एवम उनके जनकल्याणकारी उद्देश्यों को प्रकाशित किया जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें