🌹👏🏼राधे राधे 👏🏼🌹 आचार्य रामवरन जी आनंद धाम आगरा 9719746734,,,, 8630215099 🌹🌹🌹🌹🌹🌹👏🏼🌹👏🏼👏🏼👏🏼🌹🕉 निर्जला एकादशी विशेष🕉*
2 जून निर्जला एकादशी
आप अपने स्वास्थ्य अनुसार इसका व्रत करें ।
कुछ दिशा निर्देश हैं ताकि सफलतापूर्वक व्रत रख सकें-
1) आप स्वस्थ हैं तो निर्जला रखिये यह सर्वोत्तम होगा, आपको पूरा पुण्य भी मिलेगा, अगर आपका स्वास्थ्य /उम्र निर्जला रखने की अनुमति नही दे रहा है (आप मधुमेह, उच्च रक्तचाप के रोगी हैं) तो सजला रखिये, अगर सजला भी नहीं रख सकते तो केवल दूध पर रहिये, अगर यह भी सम्भव नहीं तो फल और दूध पर रहिये ।
2) एकरात पहले ही मंजन ब्रश करके सोना, ताकि निर्जला की सुबह ये सब करने की जरूरत न पड़े , दन्तमंजन के झाग / कण अगर गले के नीचे चले गए तो व्रत टूट सकता है ।
3) निर्जला के दिन सुबह 4 बजे जल्दी उठकर कुल्ला करके पेट भरकर पानी पी लीजिये, 2 जून सुबह जब सूर्योदय होगा , उसके पहले पहले जितना पानी पी सकते हैं पी लीजिये ।
4) 2 जून को मौन व्रत रखिये ताकि शक्ति संचय हो, उस दिन ज्यादा भागदौड़ नहीं कीजिये, उस दिन घर से बाहर भी न निकले तो बहुत अच्छा होगा क्योंकि गर्मी के कारण पसीना बहेगा और आपको प्यास लगना शुरू हो जाएगा ।
निर्जला की सुबह से रात तक शांत चित्त होकर एक कमरे में बैठकर जप ध्यान कीजिये, सत्संग सुनिये ।
ज्यादा गर्मी लगे तो AC, कूलर चलाकर रखिये, अथवा हल्के कपड़े को पानी मे बार बार भिगोकर ओढ़ लीजिये ।
5) निर्जला के दिन 2 जून को शाम रात होते होते प्यास बेहाल करने लगती है, तब ठंडे पानी से स्नान कर लीजिये । बैठने में दिक्कत है तो लेटकर ही सत्संग सुनते रहिये ।
कुल मिलाकर ये सब सावधानी रखने से आपका व्रत भी पूरा होगा और ज्यादा तकलीफ भी नही होगी ।
3 जून को सुबह जल्दी उठकर स्नान करके अपना जप, प्राणायाम का नियम पूरा करके फिर सूर्य को लाल फूल डालकर अर्ध्य देकर फिर व्रत तोड़े
*🕉 व्रत तोड़ने की विधि🕉*
7 भुने हुए चने को बीच से तोड़कर कुल 14 टुकड़े हाथ में लेकर खड़े हो जाये
🕉 7 टुकड़ों को 🕉 एक टुकड़ा आगे एक पीछे फेंकते जाय , कि मेरे समस्त पाप सन्ताप का नाश हो, अंतःकरण शुद्ध हो ॐ ॐ ॐ .... सात टुकड़े को खाकर व्रत खोलें
🕉 उसके बाद गुनगुने पानी में नींबू की शिकंजी ( सेंधा नमक व अदरक डालकर) बनाकर पियें
🕉 एक डेढ़ घण्टे कर बाद बहुत पतली मूंग ( बिना मिर्च, मसाले के हल्दी - धनिया डालकर) अथवा मूंग का पानी एक चम्मच घी डालकर खाएं - पियें
🕉 कुल मिलाकर ये सब सावधानी रखने से आपका व्रत भी पूरा होगा और ज्यादा तकलीफ भी नहीं होगी ।।
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